पहले सोचा ‘love at first sight’ तो नहीं,
फिर बैठ कर सोचा गलत है या सही,
ये सब infatuation ना हों; बाद में ये खयाल भी आया,
पर दिन भर रात भर तेरा ही चेहरा सामने पाया,
तेरा वो बात बात पे मुसकुराना ,
तेरी तरफ कर दिया है मैंने अब ये दिल रवाना,
बस अब आस है कि अपना ले तू इस दिल को,
Then really में निकल पडेगी मेरी तो!
‘तू तो गया’, सब दोस्त कहते है अब,
सब साले मेरी लेते रहते है अब,
पर क्या कारूं , अब इन नसों में मेरी गुस्सा नहीं बैहता,
बस तेरा ही खयाल रहता है, मेरा दिल अब ये ही कहता है रहता,
दिल के घाव थे पुराने भी,
कुछ हरे कुछ सूखे भी,
तुझे देख कर सब हो गया सही,
पता नहीं तुझमें क्या है वो कशिश ,
मेरी life के अंधीयारो को तू कर देती है vanish,
बस इक इशारा कर दे मेरी जान,
तेरे लिए छोड दुन्गा ये दुनिया ये जहाँ,
वादा करता हूँ कि life long,
बजेगी अपने प्यार की ting tong,
क्या सोच रही है? तू ही तो है वो जिससे मुझे प्यार है,
तू भी अब बोल दे कि तुझे भी मुझसे प्यार है,
क्यूँकी मुझे तुझसे प्यार है,
हाँ मुझे तुझसे प्यार है…

2 comments:
Kaun hai beta???
sahi jaa rahe ho hittu!!!
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